Thursday, October 4, 2012

came across a nice letter.....


हे परम आदरनिये बापूजी !!
आज हमलोग आपका "हैप्पी बर्थडे" माना रहे हैं.
आपने कर्म को पूजा माना था, इसीलिए आपके "हैप्पी बर्थडे" पर देश भर में कामकाज बंद रखा गया है.
आपने कहा था - सत्य ही इस्वर है, इसीलिए देश में आज हर कोई सत्य बोलने से डर रहा है.
आपके कपरों में जेब नाम की जगह नहीं होती थी, पर अब मरदाना कपरे बिना जेब के नहीं बनते और हर कोई जेब भरने में ही ब्यस्त है :)
जिस दफ्तर में जितना जादा भ्रस्टाचार वाहा उतना ही बरा आपका फोटो टंगा है.
आपने विदेश में हुनर सीख कर भारत को अपना कर्मभूमि बनाया था, आज के युवा भारत में हुनर सीख कर विदेश जाने के सपने संजो रहे हैं !!
इसीलिए आपको बता दे रहा हूँ, अगर आप दुबारा जन्म लेना चाहतें हैं तो सौ बार सोच लें !!!

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